Thursday, July 21, 2011

poems

मेरे अध्यापक टी वी एस को नमस्कार (Salute to TVS, my teachter)

आपने यूरोपीय ग्रंथो को पढने के लिए

हमे प्रोत्साहित किये थे

अक्षरों की सेवा में अपना जीवन अर्पित किये थे

आपके व्याखान सुनने के लिए

मैंने सैकड़ों मील यात्रा किया था

आपकी निर्दयता के पीछे गंभीर मानवतावाद छिप गया था

मेरे साम्यवादी कार्यों को आपने बहुत प्रशंसा की

पुस्तकों की दुकान में हमारी छोटीसी मुलाक़ात पर

हमने एशिल्लास के अमर काव्यों पर चर्चा की

मेरे अस्तित्व और जीवन को बढ़ावा दिये

आपके प्रेरित विश्वव्यापक चिंतन को मेरा नमस्कार.

सचमुच (Indeed)

लेखक सोचता है

की शब्द विजेता है

मगर शब्द जानता है

की शब्द सचमुच भाषा का यूनिट है

सिर्फ चार अक्षर है.

कला शक्ति देती है (Art Empowers)

मिल्टन निष्ठा से महा काव्यों को लिखा

बीथोवेन दिव्या संगीत की रचना की

एक व्यक्ति पादान्गुलियों से चित्र बनाया

दूसरा, एक ही पैर की सहारा से नृत्य किया

व्यक्ति का दिल जो सौंदर्य को देखना चाहता है

कोई असमर्दता से पीड़ित नहीं रहते.

संग्रहण बंद करो (Stop gathering)

नारायण, नीरद और सेथ ने कहा

हमेशा पढ़ना सृजनात्मकता के लिए अवरोध है

एक व्यक्ति जो निरंतर फूलों का संग्रहण करता है

माला कैसे बनाना भूल जाता है.

translator: Dekka Narayana Rao